
प्रत्येक माह पुष्य नक्षत्र की तिथि को होता है सुवर्णप्राशन संस्कार
नवजात से लेकर 16 वर्ष के बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का आयुर्वेदिक उपाय है यह
गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (आयुर्वेद कॉलेज) के शिशु एवं बाल रोग विभाग की ओपीडी नंबर 41 में सुवर्णप्राशन संस्कार शुक्रवार (27 जून) को सुबह 9 बजे से अपराह्न 4 बजे तक होगा।
आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरिधर वेदांतम ने बताया कि सुवर्णप्राशन संस्कार एक आयुर्वेदिक टीकाकरण है जो प्रत्येक माह पुष्य नक्षत्र की तिथि को होता है। यह प्राचीन, वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक पद्धति, विशेष औषधियों से निर्मित सुवर्ण मिश्रण के माध्यम से बच्चों को दी जाती है। इसका उद्देश्य बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, बुद्धि, पाचन शक्ति, स्मरण क्षमता और संपूर्ण शारीरिक विकास को बेहतर बनाना है। सुवर्णप्राशन संस्कार नवजात से लेकर 16 वर्ष तक के बच्चों के लिए उपयुक्त है और बच्चों को रोगों से बचाने का यह एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है।
आयुर्वेद कॉलेज में सुवर्णप्राशन संस्कार की आगामी तिथियां
27 जून – शुक्रवार
25 जुलाई – शुक्रवार
21 अगस्त – गुरुवार
17 सितंबर – बुधवार
14 अक्टूबर – मंगलवार
11 नवम्बर – मंगलवार
8 दिसम्बर – सोमवार