
भोजपुरी इंडस्ट्री को नई दिशा देने वाले त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड के संस्थापक कुमार आलम आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। 8 जुलाई को जन्मे कुमार आलम ने ना सिर्फ खुद संघर्षों की तपिश से तपकर सफलता की ऊंचाइयों को छुआ, बल्कि भोजपुरी की नई पीढ़ी के कलाकारों के लिए भी एक ऐसा मंच तैयार किया, जहाँ से उनकी प्रतिभा पूरे विश्व तक पहुंच सके। साल 2023 में जब कुमार आलम ने त्रिमूर्ति म्यूजिकल भोजपुरी की नींव रखी, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि महज दो सालों में यह मंच भोजपुरी संगीत जगत की रीढ़ बन जाएगा। लेकिन उनकी दूरदर्शिता, साफ-सुथरे संगीत के प्रति प्रतिबद्धता और नए कलाकारों को मौका देने के जुनून ने यह करिश्मा कर दिखाया।
भोजपुरी को दिलाई एक नई पहचान
त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड ने वो कर दिखाया जो इस दौर में कम ही कंपनियां कर पाती हैं – अश्लीलता से दूर रहकर भी हिट गाने देना। इस कंपनी के बैनर तले रिलीज़ हुए गानों ने यह साबित कर दिया कि भोजपुरी में आज भी ऐसे लाखों-करोड़ों श्रोता हैं जो शुद्ध, भावनात्मक और पारिवारिक गीतों को प्राथमिकता देते हैं।
इन गानों ने ना सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी भोजपुरी की मिठास को फैलाया है। यूट्यूब और सोशल मीडिया के जरिए इन गीतों ने करोड़ों दर्शकों का दिल जीता है और त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड को एक ग्लोबल ब्रांड के रूप में स्थापित कर दिया है।
नए कलाकारों का सपना बना त्रिमूर्ति
भोजपुरी में आज जहाँ बड़े नामों का दबदबा रहा करता है, वहीं त्रिमूर्ति म्यूजिक ने बिना किसी पूर्वाग्रह के उन कलाकारों को भी मंच दिया, जो सिर्फ अपने टैलेंट के दम पर आगे बढ़ना चाहते थे। इस कंपनी से जुड़े कई गायक-गायिकाएं आज भोजपुरी इंडस्ट्री में सुपरस्टार बन चुके हैं। खासतौर पर महिला कलाकारों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक मंच बनाना कुमार आलम की सोच को दर्शाता है।
जल्द जुड़ेंगे ग्लोबल भोजपुरी सुपरस्टार्स
त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड पर अब वो समय भी जल्द आने वाला है जब भोजपुरी के ऐसे सुपरस्टार्स के गाने भी रिलीज़ होंगे जिनकी पहचान पहले से ही ग्लोबल है। खेसारी लाल यादव, पवन सिंह जैसे कलाकारों का नाम आज हर कोने में लिया जाता है और ये कोई छुपी बात नहीं कि इनकी फैन फॉलोइंग करोड़ों में है। त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड इन सितारों के साथ भी काम करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, और जल्द ही इनके धमाकेदार गाने भी इस बैनर तले देखने-सुनने को मिलेंगे।
संगीत के साथ-साथ संस्कृति का सम्मान
कुमार आलम मानते हैं कि भोजपुरी सिर्फ एक भाषा नहीं, एक विरासत है, एक संस्कार है। त्रिमूर्ति म्यूजिक के गानों में यह बात साफ दिखाई देती है – चाहे वह भक्ति गीत हों, पारिवारिक गीत हों या फिर सामाजिक संदेश देने वाले गाने। उन्होंने यह दिखा दिया कि संस्कृति से जुड़े रहकर भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
जन्मदिन पर एक वादा – और ऊंचाई पर ले जाएंगे भोजपुरी को
अपने जन्मदिन पर कुमार आलम ने यह संकेत दिया है कि आने वाले समय में त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड न सिर्फ और बड़े स्तर पर काम करेगा, बल्कि फिल्मों, वेब सीरीज और लाइव इवेंट्स के माध्यम से भी भोजपुरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से प्रस्तुत करेगा।त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड की यह दो साल की यात्रा प्रेरणा है – उन सभी के लिए जो कला, मेहनत और ईमानदारी में विश्वास रखते हैं। कुमार आलम को उनके जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाएँ और यह उम्मीद कि उनकी अगुवाई में भोजपुरी संगीत और भी नई ऊंचाइयों को छुएगा।