
प्रवेश परीक्षाएं 4 जुलाई 2025 से, तैयारियों को लेकर आयोजित हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में बुधवार को कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन की अध्यक्षता में आगामी प्रवेश परीक्षा 2025 की तैयारियों को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रवेश परीक्षा के सफल, निष्पक्ष एवं व्यवस्थित संचालन हेतु विभिन्न विभागों को सौंपे गए उत्तरदायित्वों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। प्रवेश प्रकोष्ठ द्वारा परीक्षा की तैयारी, प्रवेश पत्र जारी करने की स्थिति और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता सुनिश्चित करने पर चर्चा हुई।
बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि विश्वविद्यालय में वर्तमान सत्र की प्रवेश परीक्षाएं 4 जुलाई 2025 से आरंभ हो रही हैं। इन परीक्षाओं के प्रवेश पत्र 1 जुलाई की शाम 6 बजे विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल dduguadmission.in पर उपलब्ध करा दिए गए हैं। अभ्यर्थी पोर्टल पर लॉगिन कर अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। बिना प्रवेश पत्र के किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर को जिम्मेदारी दी गई कि पूर्व वर्षों की भांति इस बार भी एनएसएस की सहायता डेस्क स्थापित की जाएगी। परीक्षार्थियों की सुविधा हेतु रूट्स एवं बिल्डिंग्स का नक्शा तैयार किया जा रहा है। एम्बुलेंस तथा मेडिकल हेल्प की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।

प्रॉक्टर कार्यालय की ओर से बताया गया कि पूरे परीक्षा कालखंड में परिसर में अनुशासन एवं नियंत्रण बनाए रखने हेतु व्यापक निगरानी की व्यवस्था होगी। वाहन स्टैंड की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षार्थियों के समानों की सुरक्षा के लिए ‘प्रॉपर्टी काउंटर’ स्थापित किए जाएंगे। एसओडब्ल्यू/इंजीनियरिंग प्रकोष्ठ द्वारा विद्युत, जल आपूर्ति, जनरेटर तथा भवनों एवं सड़कों की स्थिति की निगरानी की जा रही है ताकि परीक्षा के दौरान कोई व्यवधान न उत्पन्न हो।
एस्टेट ऑफिसर द्वारा परीक्षार्थियों की सुविधा हेतु परीक्षा केंद्रों की साफ-सफाई, शौचालयों की स्वच्छता तथा कक्षों में कुर्सी-मेज आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई। प्रतिकुलपति एवं कुलसचिव द्वारा संपूर्ण प्रक्रिया की मॉनिटरिंग एवं सुपरविजन सतत रूप से की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की चूक की संभावना न रहे।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि परीक्षा की गरिमा एवं निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जाए तथा छात्रों को हर संभव सुविधा प्रदान की जाए।