
दो दिन पूर्व बारात के दौरान डीजे पर डांस को लेकर हुआ था विवाद
आजमगढ़। बरदह थाना क्षेत्र के बर्रा गांव में 2 दिन पूर्व बारात के दौरान डीजे पर डांस को लेकर घरातियों में ही हुए विवाद ने शुक्रवार बीती देर शाम में हिंसक रूप ले लिया। बताया जा रहा कि बारात पक्ष के लोग चार पहिया वाहन द्वारा जौनपुर से आ रहे गांव के दूसरे पक्ष ने वाहन का पिछला शीशा तोड़कर क्षतिग्रस्त कर जान से मारने धमकी देने लगे। सूचना पर डायल 112 पुलिस पहुंची तो गांव के लोग आक्रोशित होकर विरोध करने लगे, वहीं मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष समेत पुलिस को ग्रामीणों ने दौड़ा लिया और ईट पत्थर चलाने लगे। पुलिस के वाहन का शीशा तोड़ दिया, जिसमें थानाध्यक्ष समेत 5 पुलिसकर्मी भी घायल हो गये, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। सीओ लालगंज समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची जहां 15 से अधिक ग्रामीणों को पकड़ कर हिरासत में लिया गया है।
आपको बता दें की आजमगढ़ जिले के बरदह थाना क्षेत्र के बर्रा गांव में 5 जून को जौनपुर से बारात आई थी, जहां डीजे पर डांस को लेकर गांव के ही घरातियों में विवाद हुआ, हालांकि उसके बाद सुला समझौता भी हो गया था। घटना उस समय भड़की जब बारात के लोग जौनपुर जिले के आनापुर चकवा बाजार से इनोवा वाहन में सवार होकर मिलने आ रहे थे। तभी बर्रा गांव के दूसरे पक्ष ने उन पर हमला कर दिया, वाहन का पिछला शीशा तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीण आक्रोशित होकर पुलिस का विरोध शुरू कर दिया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिये। इस हमले में पुलिस की टाटा सूमो वाहन का पिछला शीशा टूटा और थाना प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। इस घटना को लेकर नियंत्रित करने के लिए सीओ लालगंज के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश को लेकर पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ी। जहां त्वरित कार्रवाई करते हुए कई ग्रामीणों को हिरासत में लिया। घटना के बाद पुलिस मामले की जांच और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई में जुटी है।
इस पूरे मामले में एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि बर्रा गांव में दो मजरे का मामला है। एक मजरे की इनोवा गाड़ी दूसरे मजरे से जा रही थी तभी हमला किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम पहुंची थी। गाड़ी निकाली जा रही थी तभी रात के अंधेरे में लोगों लाठी डंडे और पत्थरों से हमला किया। 34 नामजद समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया है। 13 पुरुष, 8 महिला को हिरासत में लिया गया है। लालगंज क्षेत्राधिकारी भूपेश कुमार पांडे के नेतृत्व में एक दर्जन थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान लगभग 21 लोगों को हिरासत में लिया गया। घायल थाना प्रभारी का हाल जानने के लिए डीआईजी सुनील कुमार सिंह सहित कई पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचे। गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।