
गोरखपुर। सीमा दर्शन टूर एंड ट्रैक राष्ट्रीय शिविर में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के कैडेट्स ने उत्तर प्रदेश के दल का नेतृत्व कर राष्ट्र सेवा का संकल्प लिया। आठ दिवसीय सैन्य प्रशिक्षण शिविर से लौटे लांस कॉरपोरल हर्षव साहनी, कैडेट अरुण विश्वकर्मा और आलोक दीक्षित को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.सुरिंदर सिंह ने नेतृत्व क्षमता, समर्पण और राष्ट्र सेवा के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर कुलपति ने कैडेट्स को बधाई देते हुए कहा कि सीमा दर्शन शिविर कैडेट्स को भारतीय सेना की कार्यशैली, संस्कृति और आत्मबल से जोड़ने की प्रेरणा देता है। बरेली से धारचूला तक की यह यात्रा देशप्रेम, साहस, और त्याग की जीवंत पाठशाला है। बरेली ग्रुप के अंतर्गत चयनित 40 कैडेट्स ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला क्षेत्र में ओम पर्वत की चुनौतीपूर्ण रोमांचकारी ट्रैकिंग को पूर्ण कर सैन्य जीवन के समर्पण को करीब से देखने का सौभाग्य ग्रहण किया है। राष्ट्रीय कैडेट कोर का यह प्रयास देश के भविष्य को सशक्त, समर्पित और लअनुशासन बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। शिविर से लौटे कैडेट्स को कुलपति जी ने सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया एमजीयूजी के एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आठ दिवसीय राष्ट्रीय शिविर में 102 यूपी बटालियन गोरखपुर मुख्यालय से कुल 5 कैडेट्स का चयन राष्ट्रीय शिविर के लिए हुआ था। इनमें से तीन एमजीयूजी के थे।
इन कैडेट्स को विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, डॉ प्रशांत मूर्ति, डॉ डीएस अजीथा, प्रो० गिरिधर वेदांतम, डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, प्रो.सुनील कुमार सिंह, डॉ.विमल कुमार दुबे, डॉ.शशिकांत सिंह, डॉ. रोहित श्रीवास्तव सहित सभी शिक्षकों ने बधाई दी है।