
नाले और नाबदान का पानी पिलाने से बिगड़ी हालत, 1 लाख में लिया था ठेका
आजमगढ़। जनपद के कंधरापुर थाना अंतर्गत पहलवानपुर गांव निवासी बलिराम यादव की पुत्री अनुराधा उम्र लगभग 35 वर्ष जिसकी शादी 2014 में तहबरपुर थाना के नैपुरा गांव हुई थी। शादी के 10 साल बीत जाने के बाद भी अनुराधा को कोई बच्चा नहीं था। उसको अपने ही गांव के पहलवानपुर हरिजन बस्ती में एक ओझा सोखा की जानकारी हुई। रविवार को शाम लगभग 6:00 बजे अनुराधा अपनी मां के साथ सोखा के घर गई। परिजनों ने बताया कि सोखा अपने चार-पांच सहयोगियों के साथ मिलकर अनुराधा को बाल पड़कर गला तथा मुंह जोर-जोर से दबाने लगा। मां से बर्दाश्त नहीं हुआ उसने ऐसा कुछ न करने को कहा लेकिन सोखाओं ने कहा कि इसके ऊपर जबरदस्त किसी की छाया है इसका यही उपाय है। परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि अनुराधा को नाले और लैट्रिन का गंदा पानी भी पिलाया गया कुछ देर बाद अनुराधा की तबीयत खराब हो गई तांत्रिक सोखाओ ने अनुराधा को अपने सहयोगियों के साथ जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। अनुराधा की मौत लगभग 9:00 बजे तक हो चुकी थी।
तांत्रिक सोखा शव को वहीं छोड़कर फरार हो गया परिजनों ने शव को मौके पर लाकर गिरफ्तारी की मांग करने लगे सूचना मिलते ही मौके पर कंन्धरापुर थाना अध्यक्ष केके गुप्ता तथा सीओ सिटी पहुंच गए। तांत्रिक सोखा खुद कंधरापुर थाने पर पहुंच गया। शेष लोगों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। परिजनों का आरोप है कि सोखा बच्चा पैदा कराने के लिए रु० 100000 का ठेका किया था जिसमें लगभग रु० 22000 एडवांस के तौर पर ले चुका था। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। मृतका दो बहन और एक भाई में बड़ी थी। क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि यह सोखा पैसा कमाने के चक्कर में यह एक अपना गैंग बनाया था और उसका पूरा परिवार इसी में संलिप्त था।
मौके पर कई छोटे बड़े मंदिर बनाकर सैकड़ो घंटा और कई मूर्तियां स्थापित करके ताम झाम बनाता था। सोखा के घर पर काफी दूर-दूर से लोग आते थे। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि यहां पहले भी कुछ इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। जहां सरकार बेटियों के सुरक्षा से संबंधित सारे सिस्टम बना रही है वहीं आज के दौर में अनपढ़ गवार सोखा लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। लोगों का कहना था कि इस मामले में सोखा के पूरे परिवार और उसके सहयोगियों को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए।