
एमजीयूजी में संचालित रासेयो स्वयंसेवकों ने पुलिस के साथ कार्य करने के साझा किए अनुभव
महिलाओं और पुरुषों को मिलकर कार्य करना चाहिए, जिससे महिलाएं सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा सकें : पुलिस महानिदेशक
सामाजिक समझ विकसित करते हैं छात्र-पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम : आशीष गुप्ता
छात्र-पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहायक है : डॉ. अखिलेश कुमार
गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना (रासेयो) के स्वयंसेवकों एवं गोरखपुर जिले के 11 थाना क्षेत्रों के नोडल अधिकारियों द्वारा पूर्ण किए गए छात्र-पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम के द्वितीय चरण की समीक्षा बैठक गुरुवार को पुलिस लाइन स्थित व्हाइट हाउस सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पुलिस महानिदेशक (नियम एवं ग्रंथ) आशीष गुप्ता ने की।
बैठक में एमजीयूजी में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अखिलेश कुमार दूबे ने कहा कि छात्र-पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहायक है। इससे छात्रों में अनुशासन, नेतृत्व, संवाद कौशल और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है। उन्होंने इसे शिक्षा और पुलिस प्रशासन के बीच एक सशक्त कड़ी बताते हुए कहा कि इस प्रकार की सहभागिता युवाओं को व्यवहारिक अनुभव देती है और उन्हें बेहतर नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करती है।
कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवक सोनाली तिवारी, उत्कर्ष सिंह, अमरजीत, हिमांशु, दीनदयाल, आशीष आदि ने इस अनुभवात्मक अधिगम से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। 11 थाना क्षेत्रों के नोडल अधिकारियों ने भी कार्यक्रम के माध्यम से समाज में पुलिस की सकारात्मक छवि बनने की बात कही।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (नियम एवं ग्रंथ) आशीष गुप्ता ने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को व्यावहारिक शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक समझ विकसित करने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि महिलाओं और पुरुषों को मिलकर कार्य करना चाहिए, जिससे महिलाएं सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा सकें। समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय सेवा योजना की माता शबरी इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, मुकेश, आदित्य, आशीष दुबे, उज्ज्वल सहित अन्य स्वयंसेवक एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।