गोरखपुर (सू०वि०)। उ0प्र0 सरकार द्वारा पर्यावरण के दृष्टिगत प्लास्टिक से निर्मित सामग्री पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है तथा मिट्टी के बने उत्पादों को अपने जीवन में अधिक से अधिक प्रयोग पर बल दिया जा रहा है कि इस उद्देश्य से जिन माटीकला के कामगारों/शिल्पकारों द्वारा मिट्टी के विभिन्न प्रकार के बर्तनों, खिलौनों मूर्तियों आदि का निर्माण कर जिविकोपार्जन किया जा रहा है ऐसे कामगार/शिल्पकार जिनकी उम्र 18 से 55 वर्ष के बीच है, को निःशुल्क विद्युत चालित चाक मशीन उपलब्ध कराये जाने का निर्णय लिया गया है।
जनपद गोरखपुर को वर्ष 2025-26 में मात्र 28 विद्युत चालित चाक निःशुक्ल दिये जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, इस हेतु माटीकला के इच्छुक कामगार/शिल्पकार जिन्हें इलेक्ट्रीक चाक की आवश्यकता है, वे 30 जून 2025 तक माटीकला के बेवसाइट upmatikalaboard.in पर ऑनलाईन कर सकते हैै। ऑनलाईन सभी प्रपत्रों की हार्ड कापी 01जुलाई 2025 तक जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, विकास भवन, द्वितीय तल, में जमा कर दें। जो माटीकला करीगर आजतक माटीकला कारीगर का रजिस्ट्रेशन नही किया है, वे कार्यालय में आकर करा सकते है। योजना के तहत एक परिवार के एक ही व्यक्ति पात्र होंगे तथा जिन्हें पूर्व में इसका लाभ मिल चुका है वे कामगार इसके पात्र नही होगें।
कार्यालय में आवेदन की हार्ड कापी जमा करते समय स्वंय का पासपोर्ट साईज एक फोटो, आधार, जाति, निवास, शैक्षिक योग्यता का प्रमाण पत्र, राशन कार्ड व बैंक पासबुक की छाया प्रति व ग्राम प्रधान से प्रमाणित फोटों प्रपत्र जमा करना अनिवार्य होगा। विस्तृत जानकारी हेतु कार्यालय में कार्यालय अवधि में संम्पर्क किया जा सकता है। उक्त जानकारी जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने दी है।