
गोरखपुर। सदर सांसद रवि किशन शुक्ला ने एक बार फिर लोकसभा में नियम 377 के तहत गोरखपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की स्थापना की मांग पुरजोर तरीके से उठाई है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर न केवल उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का सबसे बड़ा महानगर है, बल्कि यह शिक्षा, व्यापार और पर्यटन का भी अहम केंद्र बन चुका है।
सांसद ने सदन में कहा, “पूर्वांचल और बिहार के लगभग 20 ज़िले गोरखपुर पर अपनी विभिन्न ज़रूरतों के लिए निर्भर हैं। यहाँ रेलवे और एयरपोर्ट की बेहतरीन सुविधाएं हैं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में एक IIT की अनुपस्थिति यहां के मेधावी छात्रों के सपनों में बाधा बन रही है।” उन्होंने कहा कि गोरखपुर और आसपास के जिलों के छात्र काफी मेधावी और प्रतिभाशाली हैं, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर, दलित और वंचित वर्ग के बच्चों को IIT जैसी शिक्षा पाने के लिए दूरदराज के शहरों में जाना पड़ता है, जो कई बार संभव नहीं हो पाता।
सांसद रवि किशन ने यह भी स्पष्ट किया कि, “अगर केंद्र सरकार गोरखपुर में IIT की स्थापना का निर्णय लेती है, तो राज्य सरकार इस दिशा में आवश्यक सहायता और संसाधन उपलब्ध कराने को तत्पर है।”
उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल निर्णय लेने का आग्रह किया ताकि इस क्षेत्र के लाखों छात्रों का भविष्य उज्ज्वल हो सके और पूर्वांचल के सर्वांगीण विकास को नई दिशा मिल सके। यह मांग क्षेत्रीय शिक्षा व्यवस्था को एक नई ऊंचाई देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।