
उत्तर प्रदेश के महासचिव स्पर्श श्रीवास्तव ने जनशक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की मुलाकात, रणनीति तैयार करने को लेकर दिया ज्ञापन
गोरखपुर। शुक्रवार को सिविल कोर्ट गोरखपुर के प्रांगण में जनशक्ति सेना के उत्तर प्रदेश महासचिव स्पर्श श्रीवास्तव एडवोकेट व उनका प्रतिनिधिमंडल जनशक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट पिंटू साहनी से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान स्पर्श श्रीवास्तव ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराया कि सोशल मीडिया पर एक प्लेटफार्म द्वारा स्टिंग ऑपरेशन पंजाब, हरियाणा तथा हिमाचल प्रदेश की दवा बनाने वाले कारखानों में किया गया है। उस वीडियो के माध्यम से कई तथ्य उजागर हुए हैं जिसमे 38 रुपये कि दवाओं का मूल्य 1200 रुपये तक किया जाना, बल्क ऑर्डर देने पर मूल्य में हेर फेर करना, डिजाइन तथा रेट में दवा कारोबारी के कहने पर हेर फेर करना जैसे कई और तथ्य भी उजागर हैं।
पत्र में यह भी शामिल है कि आज के समय में जहां हर खाद्य सामग्री में मिलावट है और लोगों की दिनचर्या में व्यायाम के लिए समय न होना, प्रदूषण आदि जैसे कई उदाहरण है जिसकी वजह से जन मानस का स्वास्थ आए दिन बिगड़ता रहता है। डॉक्टर के पास जाना तथा दवाइयों का सेवन करना एक आए दिन की बात हो गई है। दवाइयाँ सिर्फ एक आम वस्तु नहीं है बल्कि एक जरूरत है। इस कारण मध्यम वर्ग तथा गरीब वर्ग के लोग कई दवाइयों के दाम वहन नहीं कर पाते हैं जिसके कारण गैर घातक रोग भी उनके लिए घातक बन जाते हैं। भारत कि स्वास्थ्य प्रणाली दिन पर दिन महंगी होती जा रही है। इस तरह से दवाइयों के दाम में हेर फेर करना नैतिकता के खिलाफ होने के साथ ही एक कानूनी अपराध भी है।
उपरोक्त दवाइयों के दामों में हेर फेर करने के विरुद्ध आवाज उठाना आवश्यक हो गया है। प्रदेश महासचिव स्पर्श श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट पिंटू साहनी से अनुरोध किया है कि उक्त मामले में आवाज उठाएं जिससे उपरोक्त विषय पर रणनीति तय की जा सके।
उपरोक्त मामले में जनशक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट पिंटू साहनी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि नकली दवाओं, मूल्य में हेर फेर व मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर अन्य तथ्य पर भी धरातल पर कार्य किया जाएगा तथा दोषी कंपनियों व जिम्मदारों के खिलाफ मुहिम चला कार्यवाही कराई जाएगी।